कोरोना की तीसरी लहर के इंतज़ाम में जुटी सरकार !

ओमिक्रॉन वेरिएंट का क़हर और नये दिशा निर्देश !
उत्तराखंड, ओमीक्रॉन का क़हर. राज्य के मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिएसभी ज़िलाधिकारियों से सख्त कदम उठाने को कहा है. आदेश में कहा गया है कि यदि कोरोना के मरीज़ बढ़ रहे हैं तो कंटेनमेंट जोन बनाएं जाएं. साथ ही भीड़ इक्ट्ठा होने पर भी प्रतिबंध लगाया जाए. शादी समारोह हों या अंत्योष्टि इन सभी में शामिल होने वाले लोगों की संख्या को सीमित किया जाए.

राज्य में ओमीक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित मरीज़ो की संख्या में तेजी देखते हुए सरकार ने सर्विलांस के नियमों में बदलाव किया है. संक्रमितों की वक्त रहते पहचान के लिए कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आये कम से कम 25 लोगों की आरटीपीसीआर जांच अनिवार्य कर दी गई है. स्वास्थय सचिव डॉ. पंकज पांडेय की ओर से सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों और जिला सर्विलांस अधिकारियों को इसके निर्देश दिये हैं. राज्य में अब तक कोरोना के 4 ओमीक्रॉन वेरिएंट वाले मरीज़ो की पुष्टि हो चुकी है. जबकि कई सैंपल जांच के लिए भेजे गये हैं.
राज्य में ओमीक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित मरीज़ो की संख्या में तेजी देखते हुए सरकार ने सर्विलांस के नियमों में बदलाव किया है. संक्रमितों की वक्त रहते पहचान के लिए कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आये कम से कम 25 लोगों की आरटीपीसीआर जांच अनिवार्य कर दी गई है. स्वास्थय सचिव डॉ. पंकज पांडेय की ओर से सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों और जिला सर्विलांस अधिकारियों को इसके निर्देश दिये हैं. राज्य में अब तक कोरोना के 4 ओमीक्रॉन वेरिएंट वाले मरीज़ो की पुष्टि हो चुकी है. जबकि कई सैंपल जांच के लिए भेजे गये हैं.
सरकार तीसरी लहर को लेकर आशंकित है. इसी के मद्देनज़र सर्विलांस बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. कोरोना संक्रमण शुरू होने के बाद से ही सरकार संपर्क में आये लोगों की पहचान के लिए सर्विलांस पर ज़ोर दे रही है. लेकिन अभी तक मरीज़ो में लक्षण को दिखने पर ही मरीज की कोरोना जांच करवाई जा रही थी. लेकिन ओमिक्रॉन वेरिएंट संक्रमण की दर अधिक होने की वजह से इस बार सर्विलांस का दायरा बढ़ाया जा रहा है.
दूसरी ओर कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिए सरकार ने कोरोना संक्रमितों की पहचान के लिए ज़िला स्तर पर स्वास्थय, पुलिस और प्रशासन की एक त्रि्स्तरीय कमेटी गठित करने के लिए भी कहा है. जो सर्विलांस के कार्य पर नज़र रखेगी. दरअसल बढ़ी तादात में विदेशों से आने वाले लोग प्रशआसन और स्वास्थय विभाग को जानकारी मुहैय्या नहीं करवा रहे हैं. जिसके चलते सरकार ने सर्विलांस में पुलिस और प्रशासन का सहयोग बढ़ाने का फैसला किया है. तो वहीं स्वास्थयसचिव डॉ. पंकज पांडेय ने निर्देश देते हुए कहा है कि अधिक से अधिक मरीजों की आरटीपीसीआर जांच कराई जाए और यदि ट्रैवल हिस्ट्री और कांटैक्ट हिस्ट्री हो तो सैंपल की जीनोम सीक्वेसिंग भी कराई जाए.को