कोरोना महामारी के भारत में दस्तक देते ही सरकार ने कई आवश्यक निर्णय ले लिए थे। जैसा कि आपको मालूम है कि कोरोना के शुरुआती दिनों में भारत ने लॉकडाउन को अपना लिया था, जिसके तहत मार्केट, कॉलेज और भीड़भाड़ वाली जगहों को बंद कर दिया गया था।

अब केबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद कॉलेज दोबारा खोले जा रहे हैं। उत्तराखंड के प्रमुख सचिव आनंद वर्धन की तरफ से जारी नई एसओपी के मुताबिक ऑनलाइन पढ़ाई को वही प्राथमिकता दी जाएगी जो लॉकडाउन के दौरान दी जाती थी, लेकिन प्रेक्टिकल विषयों को ध्यान में रखते हुए अब यूजी और पीजी के पहले व लास्ट सेमेस्टर के विद्यार्थी 15 दिसम्बर से कॉलेज आ सकेंगे।

हांलाकि कॉलेज आने से पहले इन विद्यार्थियों को कुछ जरुरी गाइडलाइनों का पालन करना पड़ेगा, जिसमें कॉलेज में दूसरे राज्यों से आने वाले हर हॉस्टलर्स और डे स्कोलर्स को अपना आरटीपीसीआर टेस्ट करवाना होगा। इन छात्रों को अपने अभिभावकों से लिखित में एक सहमति पत्र भी कॉलेज में जमा करवाना होगा।
ये आदेश राज्य के सभी सरकारी और निजी कॉलेजों पर लागू होंगे लेकिन मेडिकल और पेरामेडिकल कॉलेजों के लिए अलग से एक एसओपी जारी की जाएगी।

आपको बता दें नई एसओपी में सोशल डिस्टेंशिंग का पालन करने के लिए छात्रों को तीन विकल्प दिए गए हैं जिनमें सेक्शन बढ़ाने, पाली बढ़ाने या वैकल्पिक दिवस पर कक्षा संचालित करने में से एक विकल्प अपनाना होगा। इसके अलावा गेट पर ही सेनेटाइजेशन और थर्मल स्क्रीनिंग की सुविधा होगी, वहीं कॉलेजों में सिर्फ 50 प्रतिशत बच्चों की ही अनिवार्यता रखी गई है। इस दौरान कॉलेज में किसी भी प्रकार के टूर, फील्ड विज़िट और गेस्ट फैकल्टी के लैक्चर प्रतिबंधित रहेंगे जिसकी निगरानी के लिए नॉडल अधिकारी भी नियुक्त किए जाएंगे।
More Stories
उत्तराखंड: वायरस ने पकड़ा ज़ोर,एक्टिव केस 930 के पार, मंगलवार को 2 ने गंवाई ज़िंदगी !
उत्तराखंड: 1 लाख से अधिक का हुआ वैक्सीनेशन, सोमवार से बढ़ेंगे वैक्सीनेशन बूथ !
उत्तराखंड: संक्रमण के 88 नये मामले आये समाने, नहीं गई कोई ज़िंदगी !