नेशनल डेस्क-नई दिल्ली- जब आप वोट देने जाते हैं तो जाहिर सी बात है कि आप अपने साथ अपना वोटर आईडी कार्ड जरूर ले जाते होंगे. लेकिन तेजी से बदलती टैक्नोलॉजी के इस युग में डिजिटल इंडिया में भी तेजी से बदलाव हो रहा हैअब आपका वोटर आईडी कार्ड भी बदलने जा रहा है। जानिए क्यों बदलने जा रहा है आपका वोटर-आई-डी कार्ड !
अब आपके हाथों में बहुत जल्द ही डिजिटल फॉर्म में अपका वोटर आईडी कार्ड आने वाला हैं. जिसके ज़रिए आप आने वाले चुनाव मे वोटगीरी कर पाएगें.

क्योंकि अब चुनाव आयोग जल्द ही मतदाताओं को डिजिटल निर्वाचन फोटो पहचान पत्र(वोटर आईडी कार्ड) उपलब्ध कराने की तैयारी में है, ताकि इसे कभी भी इस्तेमाल करने में मतदाताओं को आसानी हो सके.
जानकारी के मुताबिक, चुनाव आयोग 25 जनवरी तक डिजिटल वोटर आईडी कार्ड लाने की तैयारी कर रहा है.इस दिन को भारत में राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाया जाएगा.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए बताया और ये भी स्पष्ट किया कि अभी तक चुनाव आयोग की तरफ से इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
सरकार के डिजिटल कार्ड वैकल्पिक होंगे फिर भी चुनाव आयोग ने सभी निर्वाचकों के लिए इस प्रावधान को बढ़ा दिया है और ये,उन्हें सरकार के डिजिटल दस्तावेज को सुरक्षित रखने वाले- डिजिलॉकर ऐप में कार्ड को संग्रहीत करने की भी ये अनुमति देगा.

ऐसा माना जा रहा है, कि इलेक्शन कॉमीशन की ओर से जल्द ही इपीआईसी(इलेक्टर्स फोटो आईडी कार्ड) इश्यू करने की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। आप अपने वोटर आईडी कार्ड को भी अपने फोन पर देख सकते हैं,जैसे आप अपने आधार कार्ड को देख सकते है. इसके अलावा इसे आप अपने साथ एक इलेक्ट्रॉनिक बोर्डिंग पास की तरह भी रख सकेंगे. जरूरत पड़ने पर आप इसे डाउनलोड भी कर सकते हैं। इलेक्टर, कार्ड को प्रिंट कर सकता है या सुविधा के मुताबिक स्टोर भी कर सकता है। वोटर आईडी कार्ड के लिए आवेदन करते समय आपको इसमें अपना मोवइल नंबर और ईमेल आईडी भी देना होगा.जैसे ही वोटर लिस्ट में आपका नाम जुड़ेगा, आपको मैसेज या ईमेल आ जायेगा, इसके बाद आप इस वोटर आईडी कार्ड को एक ओटीपी के माध्यम से डाउनलोड कर सकते हैं.विदेशी मतदाओं के लिए भी यही सत्यापन प्रक्रिया लागू होगी.

ईपीआईसी के डिजिटल फॉर्मेट पर होगें दो अलग-अलग क्यूआर कोड
ईपीआईसी के डिजिटल फॉर्मेट पर दो अलग-अलग क्यूआर कोड होगें.एक क्यूआर कोड में मतदाता का नाम और दूसरी डिटेल्स होंगी.जबकि दूसरे कोड में मतदाता की दूसरी जानकारियां होगी.
मामले से परिचित एक व्यक्ति ने बताया कि, कोड स्कैन किया जा सकता है और मतदाता को जारी चुनाव के बारे में वास्तविक समय पर डेटा प्रदान किया जाएगा. एक फोन पर 6 से अधिक डिजिटल वोटर आईडी कार्ड डाउनलोड नहीं किए जा सकते.
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