उत्तराखंड-देहरादून- भारत के कई राज्यों में पिछले कई दिनों से पक्षियों की मौत की खबरे आ रही हैं. बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद देश के तमाम राज्यों में हड़कंप मच गया है. जिसके चलते कई राज्यों में पॉल्ट्री रोजगार भी खतरे में पड़ गए हैं.

इसी के साथ अब देहरादून से खबर आ रही है, जहां जिले भर में करीब 165 मृत पक्षी पाए गए हैं. जिनमें कौव्वों के साथ कबूतर और बाज भी शामिल हैं. बर्ड फ्लू की आशंकाओं के चलते इन दिनों वन विभाग, पशुपालन विभाग और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर हैं. टीम ने मौके पर पहुंचकर पक्षियों के सेंपलों को इकट्ठा कर आईवीआरआई बरेली जांच के लिए भेजा है. इसके अलावा एक कौवे का सैंपल भोपाल भी भेजा गया है. मृत पक्षियों के मिलने से आसपास के लोग दहशत में हैं. एक सप्ताह में अलग-अलग क्षेत्रों में से 140 से अधिक मृत परिदें मिल चुके हैं.

डीएफओ राजीव धीमान ने जानकारी दी है, कि ऋषिकेश रेंज में एक कबूतर, एक कौवा, ऋषिकेश एम्स परिसर में 29 कौवे, मालसी रेंज में भंडारीबाग में 121 कौव्वे, नारायण विहार में एक बाज, डोईवाला के लच्छीवाला मारकम ग्रांट में आठ कौव्वे, डिफेंस कॉलोनी में दो कौव्वे और ऋषिकेश के छिद्दरवाला में एक कौआ मृत पाया गया है. इनमें से पांच सैंपलों को जांच के लिए इंडियन वेटनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट बरेली भेजा गया है. बर्ड फ्लू की अभी तक पुष्टि नहीं हुई है, तो अफवाहों के चक्करों में न पड़े और इसकी सूचना विभाग को दें.

वन विभाग ने नम्बर जारी करते हुए कहा, कि यदि आपको कोई मरा हुआ पक्षी मिलता है, तो उसके पास न जाए और इसकी सूचना संबंधित नम्बरों पर दें. मरे हुए पक्षियों की खबर मालसी रेंजर के नम्बरों 9027335232, 18001208862 पर दी जा सकती है. इसके अलावा 108 पर भी इसकी सूचना दे सकते हैं.
पशुपालन निदेशक डॉ. के.के जोशी ने बताया, कि दूसरे राज्यों से आ रही सूचनाओं को देखते हुए राज्य में सभी पशुपालन अधिकारियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की हिदायत दी है. पोल्ट्री फार्म और प्रवासी पक्षियों पर नजर रखी जा रही है. मुर्गियों और बत्तख में बर्ड फ्लू के कोई लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं, लोकिन कौओं की मौत जरुर चिंता का विषय है. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही इस विषय पर कुछ कहा जा सकता है.
More Stories
सत्यापन के बाद भी रोज़गार पाने को भटक रहे दर-दर !
चुनावी साल में हाल बेहाल, सरकार ऐसे कैसे करेगी सबको खुशहाल ?
कुंभ से पहले राममयी हुआ हरिद्वार, बदली हरि के द्वार की सूरत !